भारतीय क्रिकेट टीम के विस्फोटक विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत अपने आक्रामक खेल और चतुर विकेटकीपिंग के लिए जाने जाते हैं। कम समय में ही उन्होंने क्रिकेट जगत में अपनी एक खास पहचान बनाई है। हालांकि, उनके जीवन के कुछ ऐसे पहलू भी हैं जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं। आइए जानें ऋषभ पंत के बारे में 5 अनजाने तथ्य:
1. गिलक्रिस्ट हैं उनके आदर्श
ऋषभ पंत बचपन से ही ऑस्ट्रेलिया के महान विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट को अपना आदर्श मानते हैं। गिलक्रिस्ट के आक्रामक खेलने के अंदाज से प्रेरित होकर ऋषभ ने भी आक्रामक बल्लेबाजी की शैली अपनाई। उनका कहना है कि गिलक्रिस्ट की तरह ही वे क्रिकेट में अपना योगदान देना चाहते हैं।
2. दिल्ली में नहीं, रुड़की में हुआ था जन्म
ज्यादातर लोग मानते हैं कि ऋषभ पंत दिल्ली के रहने वाले हैं, लेकिन उनका जन्म उत्तराखंड के रुड़की में हुआ था। बाद में उन्होंने अपनी क्रिकेट की ट्रेनिंग और करियर के लिए दिल्ली का रुख किया। दिल्ली में उनकी ट्रेनिंग ने ही उन्हें भारतीय क्रिकेट में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया।
3. कम उम्र में मिली रणजी ट्रॉफी में शानदार शुरुआत
ऋषभ पंत ने महज 18 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में कदम रखा और अपनी बल्लेबाजी से सबका ध्यान खींचा। उन्होंने एक मैच में दिल्ली की ओर से खेलते हुए सिर्फ 48 गेंदों में शतक बनाकर एक रिकॉर्ड बनाया। यह उनका क्रिकेट करियर का एक अहम मोड़ था, जिसने उन्हें तेजी से सुर्खियों में ला दिया।
4. बायोलॉजी में है खास दिलचस्पी
क्रिकेट के अलावा ऋषभ पंत को बायोलॉजी का खासा शौक है। स्कूल के समय में वे बायोलॉजी में रुचि रखते थे और यदि क्रिकेट में उनका करियर नहीं बनता, तो संभवतः वे इस फील्ड में अपना करियर बनाते। उनके इस शौक से यह पता चलता है कि वे पढ़ाई में भी अच्छे थे और विभिन्न विषयों में उनकी रुचि थी।
5. पिता के निधन के बाद भी खेले रणजी मैच
ऋषभ पंत का अपने पिता के साथ खास रिश्ता था, लेकिन दुर्भाग्यवश उनके पिता का निधन एक रणजी मैच से ठीक पहले हुआ। इस कठिन समय में भी ऋषभ ने अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए मैदान में उतरने का फैसला लिया और शानदार पारी खेली। इस घटना ने उनकी मानसिक ताकत और क्रिकेट के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाया।