सोना असली है या नकली? जानें सोने की शुद्धता पहचानने के आसान तरीके

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भारत में सोना न सिर्फ आभूषण के रूप में बल्कि निवेश के रूप में भी खरीदा जाता है। त्योहारों, शादियों, और खास अवसरों पर सोना खरीदने का रिवाज वर्षों पुराना है। लेकिन सोना खरीदते समय इसकी शुद्धता को लेकर हमेशा एक सवाल रहता है – क्या यह सोना असली है या नकली? आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप सोने की शुद्धता की जांच कर सकते हैं ताकि आपका निवेश सुरक्षित और मूल्यवान हो।Identify Gold

1. हॉलमार्क की जांच करें

सबसे विश्वसनीय तरीका है कि आप सोने पर लगे हॉलमार्क की जांच करें। भारत में हॉलमार्क का प्रमाणन भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा किया जाता है। हॉलमार्क में पांच महत्वपूर्ण निशान होते हैं: BIS लोगो, कैरेट का अंकन (जैसे 22K या 18K), जौहरी का पहचान चिह्न, परीक्षण केंद्र का चिह्न, और वर्ष का कोड। यह सभी निशान सोने की शुद्धता और गुणवत्ता की गारंटी देते हैं।

2. आयरन टेस्ट का उपयोग करें

सोना आयरन के साथ प्रतिक्रिया नहीं करता है। यदि आपके पास एक चुंबक है, तो आप इसे सोने के साथ मिलाकर उसकी शुद्धता की जांच कर सकते हैं। असली सोना चुंबक से नहीं चिपकता है, जबकि नकली सोना या मिश्रित धातु वाले आभूषण चुंबक की ओर आकर्षित हो सकते हैं। यह तरीका आसान और घरेलू है, लेकिन 100% शुद्धता का संकेत नहीं देता।

3. सिरेमिक प्लेट टेस्ट

इस टेस्ट में आप एक बिना पॉलिश वाली सिरेमिक प्लेट का उपयोग कर सकते हैं। सोने के टुकड़े को सिरेमिक प्लेट पर रगड़ें। यदि प्लेट पर पीला निशान बनता है, तो यह असली सोना हो सकता है। यदि काला निशान बनता है, तो सोना नकली है। हालांकि, यह तरीका हर प्रकार की शुद्धता का सटीक माप नहीं देता, इसलिए अन्य परीक्षणों के साथ इसका प्रयोग करें।

4. नाइट्रिक एसिड टेस्ट

यह एक रासायनिक परीक्षण है जिसमें सोने पर नाइट्रिक एसिड की कुछ बूंदें डाली जाती हैं। असली सोने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, जबकि नकली सोना या अन्य धातुएं प्रतिक्रिया दिखा सकती हैं। यह एक थोड़ा जोखिम भरा टेस्ट है, और इसे करने में सावधानी बरतनी चाहिए। बेहतर होगा कि आप इसे किसी पेशेवर जौहरी से ही कराएं।

5. वजन और आकार की जांच

सोने का घनत्व अधिक होता है, और इसका वजन अन्य धातुओं की तुलना में ज्यादा होता है। सोने के एक ही आकार के आभूषण का वजन अन्य धातुओं के आभूषणों से अधिक होगा। यदि सोना हल्का लगता है, तो यह नकली या मिश्रित हो सकता है। जौहरी के पास इसके माप के लिए वजन और घनत्व की मशीनें होती हैं।

6. कंप्यूटराइज्ड XRF टेस्ट

XRF (X-ray fluorescence) एक ऐसा टेस्ट है जो सोने की शुद्धता को अत्यधिक सटीकता के साथ माप सकता है। इस परीक्षण में सोने के आभूषण की रचना और कैरेट की जानकारी प्राप्त होती है। इस परीक्षण को करने के लिए एक विशेषज्ञ की आवश्यकता होती है और यह बाजार में उपलब्ध सबसे भरोसेमंद तरीकों में से एक है।