MI6 एजेंट से बना बेस्टसेलिंग लेखक: “The Day of the Jackal” के लेखक frederick forsyth का निधन, जानिए उनकी जासूसी से भरी ज़िंदगी की अनकही कहानियाँ!

frederick forsyth Dies: वो लेखक जो असल में एक जासूस था!

दुनिया भर में थ्रिलर नॉवेल्स के बादशाह कहे जाने वाले frederick forsyth अब हमारे बीच नहीं रहे। 86 साल की उम्र में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कहा, लेकिन पीछे छोड़ गए एक ऐसी विरासत जो सिर्फ किताबों की नहीं, असली जासूसी दुनिया की भी है!

फाइटर पायलट से MI6 एजेंट तक का सफर

frederick forsyth ने अपनी ज़िंदगी की शुरुआत एक पायलट के रूप में की। ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स में उन्होंने उड़ान भरी और फिर पत्रकारिता में कदम रखा। लेकिन असली चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ, जब ये सामने आया कि वे ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI6 के लिए गुप्तचर का काम कर रहे थे!

frederick forsyth dies at 86

जब 35 दिनों में लिखा गया एक ‘बम’ उपन्यास

1971 में जब उन्होंने The Day of the Jackal सिर्फ 35 दिनों में लिखा, किसी को अंदाज़ा नहीं था कि ये किताब दुनियाभर में तहलका मचा देगी। यह सिर्फ एक उपन्यास नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव था जिसे पढ़कर पाठकों ने ‘सांसें रोक ली थीं’।

बेस्टसेलर मशीन: एक के बाद एक सुपरहिट

  • The Odessa File,
  • The Dogs of War,
  • The Fourth Protocol,
  • और 2018 में आया उनका थ्रिलर The Fox।

फ़ोर्सिथ के उपन्यासों की अब तक 75 मिलियन से ज़्यादा प्रतियाँ बिक चुकी हैं, और वो 30 से अधिक भाषाओं में अनुवादित हो चुकी हैं!

MI6 से जुड़े रहस्य और उनकी आत्मकथा

2015 में आई उनकी आत्मकथा The Outsider: My Life in Intrigue ने उनके पाठकों को उनकी असली ज़िंदगी की झलक दी। इसमें उन्होंने कबूला कि कैसे वो MI6 के लिए गुप्तचर बने और कैसे जासूसी ही उनकी लेखनी का असली ईंधन बनी।

आखिरी तोहफा: August 2025 में आने वाला धमाका

उनकी आखिरी किताब, Revenge of Odessa, जो उन्होंने लेखक Tony Kent के साथ मिलकर लिखी, अगस्त 2025 में आने वाली है। इसे उनके फैंस उनके अंतिम ‘सैल्यूट’ के रूप में देख रहे हैं।

सम्मान और उपलब्धियां

  • Commander of the Order of the British Empire (CBE)
  • Crime Writers’ Association का Diamond Dagger Award
  • और एक अनगिनत पाठकों की मोहब्बत।

अंतिम विदाई

frederick forsyth का Death 9 जून 2025 को इंग्लैंड के बकिंघमशायर में हुआ। उनके परिवार ने बताया कि वे शांतिपूर्वक इस दुनिया से गए और पीछे एक अविश्वसनीय कहानी छोड़ गए – जासूसी, राजनीति और थ्रिल का मेल।

फ़्रेडरिक फ़ोर्सिथ सिर्फ एक लेखक नहीं थे – वे खुद एक जासूसी उपन्यास थे। उनकी ज़िंदगी, उनके उपन्यासों की ही तरह, सस्पेंस और रहस्य से भरी रही। दुनिया शायद दोबारा ऐसा लेखक कभी न देखे।

Reena Rathaur

रीना राठौर एक उभरती हुई समाचार लेखिका हैं और वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही हैं। उन्हें मनोरंजन जगत की खबरों में गहरी रुचि है और वे इस क्षेत्र में लिखने को लेकर बेहद जुनूनी हैं। फिल्मों, वेब सीरीज़ और सेलिब्रिटी अपडेट्स पर उनकी पकड़ और लेखन शैली पाठकों को हमेशा जोड़े रखती है। रीना का उद्देश्य है मनोरंजन की दुनिया की हर छोटी-बड़ी खबर को रोचक और विश्वसनीय तरीके से प्रस्तुत करना।